ऑयल पुलिंग के फायदे और नुकसान | Oil Pulling Benefits in Hindi

oil pulling benefits in hindi : ऑयल पुलिंग वर्षों पुरानी एक आयुर्वेदिक दंत तकनीक है जिसमे मुंह के अंदर तेल रखकर इसे मुंह के चारों ओर घुमाया जाता है, यह ठीक तेल से कुल्ला करने जैसा है। कुछ लोगों को यह थोड़ा अटपटा लग सकता है, लेकिन इस विधि के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। खासकर मुंह और दांतों से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling ke fayde) जबरदस्त हैं।

लेकिन ऑयल पुलिंग करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, ताकि ऑयल पुलिंग के नुकसान (oil pulling side effects in hindi) से बचा जा सके। गलत तरीके और अधूरी जानकारी के साथ इस विधि का उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इस आर्टिकल में हम ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling benefits in hindi) और ऑयल पुल्लिंग करने का तरीका बता रहे हैं, इसे अंत तक जरूर पढ़े।

ऑयल पुलिंग क्या है – What Oil Pulling in Hindi

ऑयल पुलिंग (oil pulling) एक प्राचीन आयुर्वेदिक तकनीक है, इसे आयुर्वेद में “कावला” या “गंडोशा” के नाम से भी जाना जाता है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से मौखिक स्वास्थ्य (oral health) के लिए किया जाता है। माना जाता है की ऑयल पुलिंग करने से मुंह के अंदर के हानिकारक बैक्टीरिया तेल के साथ चिपक कर बाहर निकल जाते हैं, जिससे मुंह की दुर्गंध दूर होती है, मसूड़े और दांत स्वस्थ रहते हैं और मुंह से जुड़ी कई प्रकार की अन्य समस्याएं ठीक होती है। साथ ही ऑयल पुल्लिंग के कई अन्य स्वास्थ्य लाभ (oil pulling benefits in hindi) भी हैं जिनके बारे में हम आगे जानेंगे।

ऑयल पुलिंग कैसे करें – Oil Pulling Kaise Kare

coconut oil for oil pulling

ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling ke fayde) जानने से पहले ऑयल पुलिंग करने का तरीका जान लेते हैं। ऑयल पुलिंग को सही तरीके से करना बेहद जरूरी होता है, इसमें कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना होता है जिनके बारे में नीचे बताया गया है।

  • एक बड़ा चम्मच नारियल तेल को मुंह के अंदर लें।
  • अब एक जगह आराम से खड़े जो जाए या फिर बैठ जाएं।
  • तेल को अपने मुंह के चारों ओर घुमाएं, जैसे पानी से कुल्ला करते समय करते हैं।
  • एक बात का ध्यान रखें की तेल शरीर के अंदर नहीं जाना चाहिए, आपको तेल निगलना नहीं है।
  • इसमें बहुत से बुरे बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • 5-10 मिनट इसी तरह तेल को मुंह के चारों ओर घुमाते रहें।
  • जब तेल सफेद रंग का हो जाए तब इसे थूक दें।
  • उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से अच्छी तरह कुल्ला कर लें।
  • अंत में किसी अच्छे मंजन से दांत साफ कर लें।

ऑयल पुलिंग के फायदे – Oil Pulling Benefits in Hindi

clean and white teeth

ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling ke fayde) केवल दांत और मसूड़ों को स्वस्थ रखने तक ही सिमित नहीं है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। दरअसल, हानिकारक बैक्टीरियों के नष्ट होने से शरीर में कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है, तो आइये जानते हैं की ऑयल पुल्लिंग करने के क्या-क्या फायदे हैं।

1. मुंह की दुर्गंध दूर करे

मुंह की दुर्गंध एक गंभीर समस्या है और कई बार लोगों को इसके कारण शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ता है। ऑयल पुलिंग की मदद से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। इस विधि से मुंह के अंदर मौजूद बैक्टेरिया तेल के साथ चिपक कर बाहर निकल जाते हैं, जिससे दांतों की सड़न दूर होती है और मुंह की दुर्गंध से निजात मिलता है। मुंह की दुर्गंध की एक बड़ी वजह हानिकारक बैक्टेरिया ही होते हैं।

2. मसूड़ों की सूजन के लिए फायदेमंद

मसूड़ों में सूजन या मसूड़ों से खून निकलना एक आम समस्या है। ऑयल पुलिंग करने के फायदे (oil pulling benefits in hindi) में मसूड़ों की सूजन दूर करना भी शामिल है। ऑयल पुल्लिंग करने से मसूड़ों को नुकसान पंहुचाने वाले बुरे बैक्टीरियों से छुटकारा मिलता है, जिससे मसूड़ों की सूजन व मसूड़ों से खून निकलने की समस्या दूर होती है और मसूड़े लंबे समय तक स्वस्थ व मजबूत रहते है। मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिए इस तकनीक का उपयोग वर्षों से होता आ रहा है।

3. दांतों के लिए ऑयल पुलिंग करने के फायदे

यदि आप दांतों के दर्द, दांतों में सनसनाहट, दांतों में ठंडा-गर्म लगना, पीले दांत और दांतों की सड़न से हमेशा के लिए निजात पाना चाहते हैं तो आपको ऑयल पुलिंग (oil pulling in hindi) करना शुरू कर देना चाहिए। तिल के तेल, सूरजमुखी के तेल या फिर नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करने से दांतों से जुड़ी इन सभी समस्याओं में काफी लाभ मिल सकता है। दरअसल, इन तेलों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जिससे मसूड़ों की सूजन, दांतों की सड़न और नुकसानदयाक बैक्टीरिया से निजात मिलता हैंऔर दांत मजबूत और चमकदार होते है।

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4. दांतों की कैविटी से निजात दिलाए

दांतों की कैविटी का एक मुख्य कारण मुंह के अंदर के हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं। ये बैक्टेरिया दांतों में प्लाक का कारण होते हैं जिससे दांत अंदर से खोखले और कमजोर होने लगते हैं। ऑयल पुलिंग करने से दांतों को नुकसान पंहुचाने वाले इन हानिकारक बैक्टीरियों से निजात मिलता है, जिससे दांत और मसूड़े अंदर से मजबूत रहते हैं और कैविटी की समस्या से छुटकारा मिलता है। इस तरह ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling benefits in hindi) दांतों की कैविटी के लिए भी अच्छे हैं।

5. त्वचा के लिए ऑयल पुल्लिंग के फायदे

ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling benefits in hindi) त्वचा के लिए भी अच्छे हैं। तेल से कुल्ला करने से कील, मुहासों से निजात मिलता है और चेहरे पर ग्लो बढ़ता है। अगर आपके चेहरे पर बार-बार पिंपल्स की समस्या होती है और चेहरा बहुत ज्यादा रूखा और बेजान रहता है, तो फिर आपके लिए ऑयल पुलिंग तकनीक काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकती है। स्किन के लिए तिल के तेल और नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

6. मुंह के छालों से राहत

अगर आप मुंह के छालों से परेशान रहते हैं तो आपको नारियल तेल से ऑयल पुलिंग (oil pulling in hindi) करना चाहिए। जैसा कि ऊपर बताया गया हैं नारियल तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद हाेते हैं जो मुंह के अंदर के बुरे बैक्टीरिया का खात्मा करते हैं, जिससे मुंह के अंदर या जीभ में होने वाले छालों से आराम मिलता हैं। पेट का स्वस्थ न रहना या पेट की गर्मी भी मुंह के छालों की एक बड़ी वजह है, इसलिए इसके ऊपर भी अवश्य ध्यान दें।

7. बॉडी डिटॉक्स का काम करता है

ऑयल पुलिंग तकनीक (oil pulling method in hindi) एक तरह से बॉडी डिटॉक्स का कार्य भी करता हैं यानि इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। दरअसल, मुंह के अंदर के बुरे बैक्टीरिया स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होते हैं और इनके कारण शरीर में कई तरह के टॉक्सिन्स यानि जहरीले पदार्थ जमा होते हैं। ऑयल पुल्लिंग करने से इन बुरे बैक्टीरिया से निजात मिलता हैं और शरीर में टॉक्सिन्स भी जमा नहीं होते।

8. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे

ऑयल पुल्लिंग यानि तेल से कुल्ला करने के फायदे (oil pulling ke fayde in hindi) इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भी अच्छे हैं। नुकसानदायक तत्वों के शरीर से बाहर निकलने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती हैं और शरीर रोगों से दूर रहता हैं। वायरस और बुरे बैक्टीरियों से निजात दिलाने में ऑयल पुलिंग इतना ज्यादा कारगर हैं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा भी ऑयल पुलिंग करने की सलाह दी गयी हैं।

ऑयल पुल्लिंग करने के अन्य फायदे – Oil Pulling Ke Fayde in Hindi

  • हार्मोनल बैलेंस को बनाये रखने से लिए भी ऑयल पुल्लिंग तकनीक फायदेमंद है।
  • गले के इन्फेक्शन के लिए तिल के तेल या नारियल तेल से ऑयल पुलिंग करना फायदेमंद होता है।
  • बालों के लिए भी तेल से कुल्ला करना बेहद फायदेमंद होता है इससे बालों का झड़ना कम होता है और बाल मजबूत रहते हैं।
  • ऑयल पुलिंग करने से मेटाबोलिज्म भी दुरुस्त रहता है।
  • इससे सिरदर्द की समस्या में भी राहत मिलती है।
  • मुंह सूखने की समस्या के लिए भी ऑयल पुल्लिंग करने के फायदे अच्छे हैं।

इसके अलावा भी ऑयल पुलिंग के कई अन्य फायदे (benefits of oil pulling in hindi) हैं जिनका पता आपको ऑयल पुल्लिंग करने के बाद ही लगेगा। ऑयल पुल्लिंग करते रहने से शरीर की कई छोटी-छोटी परेशानियां दूर होती हैं और शरीर स्वस्थ रहता हैं।

ऑयल पुलिंग के लिए सबसे अच्छा तेल – Best Oil For Oil Pulling in Hindi

best oil for oil pulling

ऑयल पुलिंग (oil pulling) के लिए किसी खास तरह के तेल की जरूरत नहीं होती है। आप नारियल तेल, सूरजमुखी तेल, तिल का तेल, या फिर किसी भी खाद्य तेल (edible oil) से ऑयल पुल्लिंग कर सकते हैं। कोल्ड प्रेस नारियल का तेल ऑयल पुलिंग करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है और हम भी इसी से आपको ऑयल पुलिंग करने की सलाह देंगे। अगर आपको नारियल तेल से किसी प्रकार की कोई एलर्जी है, तो फिर आप तिल के तेल या सूरजमुखी के तेल से ऑयल पुलिंग कर सकते हैं।

इसके साथ-साथ सरसों के तेल से भी ऑयल पुलिंग किया जा सकता है। ध्यान रहे की ऑयल पुलिंग करने के लिए तेल शुद्ध होना चाहिए, मिलावटी तेल का इस्तेमाल करने से बचे। ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling ke fayde) आपको तभी मिलेंगे जब आप इसके लिए शुद्ध तेल का इस्तेमाल करेंगे।

ऑयल पुलिंग कैसे काम करता है – How Does Oil Pulling Work

हमारे मुंह के अंदर हज़ारों प्रकार के नुकसानदायक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो नार्मल पानी से कुल्ला करने पर शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं, जबकि ऑयल पुल्लिंग करने से ये बैक्टेरिया तेल के साथ चिपक कर बाहर निकल जाते हैं। इनके बाहर निकलने से शरीर को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं, खासकर ओरल हेल्थ के लिए ऑयल पुलिंग के फायदे बेहद शानदार हैं।

ऑयल पुलिंग कब करना चाहिए – Oil Pulling Kab Karna Chahiye

वैसे तो आप ऑयल पुलिंग (तेल से कुल्ला) दिन में किसी भी समय कर सकते हैं मगर ऑयल पुल्लिंग करने का सबसे अच्छा समय “सुबह का समय ” माना जाता हैं। आयुर्वेद में भी ऑयल पुलिंग सुबह के समय बासी मुँह (कुछ भी खाए बगैर) करना सबसे उत्तम माना जाता हैं। सुबह गर्म पानी पीने के बाद फ्रेश होकर आप ऑयल पुलिंग कर सकते हैं।

ऑयल पुल्लिंग के नुकसान – Oil Pulling Side Effects in Hindi

ऑयल पुल्लिंग के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जिनके बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए। ऑयल पुलिंग के नुकसान (oil pulling side effects in hindi) इस प्रकार हैं।

1. ऑयल पुलिंग ध्यान से करें, ऑयल पुलिंग करते समय गलती से भी तेल को अंदर न निगलें, ऐसा करने से शरीर को गंभीर नुकसान झेलने पड़ सकते हैं क्योंकि तेल में नुकसानदायक बैक्टीरिया मिले होते हैं।

2. अगर आपको तेल से किसी प्रकार की कोई एलर्जी हैं तो फिर आपको ऑयल पुलिंग करने से बचना चाहिए।

3. ऑयल पुलिंग (oil pulling) करने से मुंह के स्वाद पर भी असर पड़ सकता हैं और इससे भोजन में स्वाद न आने की समस्या हो सकती हैं, इसलिए ऑयल पुलिंग का उपयोग आप भोजन से 30-40 मिनट पहले करें।

4. छोटे बच्चों से ऑयल पुलिंग न कराए, छोटे बच्चे तेल को निगल सकते हैं जिससे कई प्रकार की परेशानियां हो सकती हैं।

5. ऑयल पुलिंग के नुकसान (oil pulling side effects in hindi) की आगे बात करे तो, कुछ लोगों को ऑयल पुलिंग करने से जी मचलाना या उल्टी आने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, ऐसा शुरुआत में हो सकता हैं।

तेल से कुल्ला करना Vs पानी से कुल्ला करना

हमारे मुंह के अंदर हजारों की संख्या में बैक्टीरिया मौजूद होते है जो नार्मल पानी से कुल्ला करने पर भी बाहर नहीं निकल पाते हैं, जबकि तेल से कुल्ला करने से यह बैक्टीरिया तेल के साथ चिपक कर बड़ी संख्या में बाहर निकल जाते हैं। इस तरह तेल से कुल्ला करना यानि ऑयल पुलिंग ज्यादा फायदेमंद होता है। लेकिन इसका यह अर्थ भी नहीं है कि आप दिनभर पानी की जगह तेल से ही कुल्ला करें। पानी से कुल्ला करने के भी अपने ही फायदे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

Q. ऑयल पुलिंग किसे नहीं करना चाहिए?

A. तेल से एलर्जी वाले लोग और छोटे बच्चों को ऑयल पुलिंग नहीं करनी चाहिए। छोटे बच्चे ऑयल पुलिंग करते समय तेल को निगल सकते हैं जिससे भारी नुकसान हो सकता हैं।

Q. ऑयल पुलिंग करने का सही समय क्या हैं?

करने का सबसे सही समय सुबह का समय होता हैं। सुबह बासी मुँह ऑयल पुलिंग करना सबसे ज्यादा लाभकारी माना जाता हैं।

Q. ऑयल पुलिंग करने के लिए किस तेल का इस्तेमाल करना चाहिए?

नारियल तेल को ऑयल पुल्लिंग के लिए सबसे उत्तम माना जाता हैं। इसके साथ ही आप तिल का तेल व सूरजमुखी का तेल का उपयोग भी कर सकते हैं।

Q. क्या सरसों के तेल से ऑयल पुलिंग कर सकते हैं?

A. जी हाँ, आप सरसों के तेल से भी ऑयल पुलिंग कर सकते हैं। सरसों के तेल से ऑयल पुलिंग करने से भी आपको पूरे लाभ प्राप्त होंगे।

Q. ऑयल पुलिंग कितनी देर करना चाहिए ?

A. 10-15 मिनट तक आप ऑयल पुलिंग कर सकते हैं। शुरुआत में आप अपनी क्षमतानुसार 5 मिनट तक भी ऑयल पुलिंग कर सकते हैं।

Q. ऑयल पुलिंग करने के बाद क्या करना चाहिए ?

A. ऑयल पुलिंग करने के बाद सबसे पहले गुनगुने पानी से अच्छी तरह कुल्ला करें और उसके बाद टूथपेस्ट और ब्रश से दांत साफ कर लें। बिना दांत साफ किये कुछ भी न खाएं।

निष्कर्ष – Conclusion

ऑयल पुलिंग (oil pulling) एक प्राचीन आयुर्वेदिक दंत तकनीक है, जिसकी मदद से आप अपने दांतों और मसूड़ों को लंबे समय तक मजबूत बनाये रख सकते हैं। साथ ही इसके उपयोग से मुंह की दुर्गंध की समस्या पर भी काबू पाया जा सकता हैं। इसके अलावा भी ऑयल पुलिंग के बहुत से फायदे (oil pulling ke fayde) हैं। आपको इसे अपने रूटीन में अवश्य शामिल करना चाहिए और वीक में कम से कम दो बार इस तकनीक का उपयोग जरूर करना चाहिए।

इस आर्टिकल में हमने ऑयल पुलिंग के फायदे (oil pulling benefits in hindi), ऑयल पुलिंग के नुकसान (oil pulling side effects in hindi), ऑयल पुलिंग करने का तरीका और इससे जुड़ी कुछ जरूरी चीजों के बारे में जाना। उम्मीद हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा और अब आप ऑयल पुलिंग के बारे में अच्छी तरह जान चुके होंगे। अगर अभ भी आपके मन में कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या डॉक्टरी सलाह का विकल्प नहीं हो सकता। इजी लाइफ हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है, इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट इतियादी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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